1569 सोयाबीन की जानकारी
आज हम बात करेंगे सोयाबीन की टॉप वैराइटी पी एस 1569 के बारे में। किसान साथियों, सोयाबीन की खेती किसानों के लिए घाटे का सौदा न बने इसके लिए किसानों को वैरायटीस पर काफी ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है, क्योंकि मौसम काफी ज्यादा गड़बड़ रहा है। बारिश ज्यादा हो रही है और जो पुरानी वैरायटीस है वह किसानों को अच्छा उत्पादन निकालकर नहीं दे पा रही है। यानी कि पुरानी वैरायटीस किसानों की लागत का भी नहीं निकलता है तो ऐसे में आपको सही वेरायटी चुनना जरूरी होता है। आज हम पी एस वेरायटी के बारे में आपको पूरी जानकारी बताएंगे। किसानों के बीच एक ऐसा परफॉर्म कर रही है। इसमें रोगों का कितना प्रभाव होता है?
किसान साथियों पी एस 1569 स्वाइन की पत्तियाँ लंबी एवं सक्रिय होती हैं। इसमें सफेद रंग के फूल आते हैं और फलियां रोहे दाल लगती हैं। रोग प्रतिरोधक क्षमता की बात करें तो किसान साथियों इस वेरायटी को आप पीला मौजिक वायरस के माध्यम प्रतिरोधी मान सकते हैं। इसके कुछ इक्का दुक्का पौधों में आपको पीला मौजिक वायरस नजर आ सकता है और इसमें फकून जनक रोग बिल्कुल भी नहीं आती है। ईंटों की बात करें तो इसमें बहुत कम संख्या में इल्लियां आदि कीटो का अटैक होता है।
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इसमें भालियाँ बहुत ही ज्यादा संख्या में आती है और फलियों में दाना तीन से चार दाने की एक फली होती है। इसकी हाइट भी बढ़िया होती है, मध्यम होती है जिससे आप मशीन में आसानी से इसको कटवा सकती है और इसकी फसल लगने की बात करें तो लगभग दिनों में इसकी फसल पक करके तैयार हो जाती है और इस वैरायटीस की उत्पादन क्षमता की बात करें तो इस वैरायटीस का उत्पादन हमारे किसान साथियों को 10 से 12 क्विंटल प्रति एकड़ प्राप्त हो जाता है और बीघे की बात करें तो लगभग पांच से छह क्विंटल एक बीघा में आसानी से वैरायटीस में उत्पादन किसानों को मिल जाता है।
और किसान साथियों, इसको अगर आप लगा रहे हैं तो आप यह ध्यान रखें कि यहाँ पर आपकी जमीन में पानी भरा आपकी स्थिति होती हो। वहाँ पर इस वेरायटी को न लगाएं।
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