धान में नमक डालने के फायदे | Benefits of adding salt to paddy

 धान में नमक डालने के फायदे

तो आज मैं बहुत अलग एक टॉपिक लेके आए हैं। आपके लिए बहुत की सुनवाई हुई। कमेंट आई थी कि क्या हम अपने खेत में नमक डालें या ऐसी कुछ बीमारियां हैं जो किसी दवाई से हट नहीं रही? उसके लिए कुछ उपाय है क्या? तो हाँ किसान भाई उसके लिए उपाय है नमक यानी की जो मोटे डंटाल होते हैं, जो देसी नमक होता है उसका उपयोग हम हमारे खेत में कर सकते हैं

धान में नमक डालने के फायदे


नमक हमारे लिए फायदेमंद है और किस तरह वो बहुत सारी ऐसी कुछ बीमारियां हैं जो दवाइयों से कंट्रोल नहीं हो रही वो उससे कंट्रोल हो जाएगी। 

नमक की जानकारी नमक के अंदर होता है। एन ए सी एल जो इस का टेक्निकल होता है और सोडियम कोराइट के नाम से उसको जाना जाता है। इस टेक्निकल का जो वैज्ञानिक नाम है वो सोडियम क्लोराइड है तो इसको भी हम खेत में करेंगे तो हमें फायदा क्या होगा? फायदा इसकी मात्रा पर डिपेंड करता है। अगर एन ए सी एल की मात्रा बढ़ा दिया जाए तो वो है ना खरपतवार के रूप में भी उपयोग में आएगा। जैसे की हम गर्मी की बात करेंगे और मोथा घास को हम जड़ से खत्म करना है, लेकिन उसका कोई इलाज है नहीं। लेकिन जब खेत खाली पड़ा रहता है तो हमारे पास बहुत सारी इसी दवाई है, जिसका छिड़काव अपन मोटा राज़ पर कर सकते हैं। उसके अंदर आप नमक की 10 गुना मात्रा डाल दे। यानी की बहुत ज्यादा मात्रा नमक और पानी से उस दवाई को घोलकर अपने खेत में छिड़काव करवा दें तो मोथा आपको कभी देखने को नहीं मिलेंगे।

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लिख के दे देता हूँ। एक बार आप ट्राई जरूर कीजियेगा। ये सबसे बड़ी जानकारी क्योंकि मोथा घास मालवा क्षेत्र में मोथा घास ने पूरी तरह से कब्जा कर रखा है और मोथा घाश जहाँ पर प्याज लहसुन  कर ही नहीं पाते, क्योंकि दिखते ही एक जैसे है। शुरुआती तौर पर तो मोटा घास से बचने का बहुत अचूक उपाय लाया हूँ आपके लिए लेकिन नमक और पानी से ही दवाई को बोल दे और जब हमारे खेत में फसल न हो तब की अपन बात कर रहा हूँ तो एक तो हो गया बहुत महत्वपूर्ण फायदा और दूसरे हम बात के लिए देखिए सोडियम क्लोराइड की। अगर यहाँ पर बात की जाए तो जो हमारा सोडियम क्लोराइड जो होता है, वो अलग जितना काम नहीं करता है उतना साथ में यहाँ पर काम करता है। यानी की शूटिंग। फ्लैट को एक तरह से फंगी साइड भी होता है और कीटनाशक भी होता है।


लेकिन इसकी ज्यादा मात्रा हमारी खेती के लिए बहुत नुकसानदायक हो सकती है। अगर फसल हमारे खेत में इसलिए तो सोडियम को अलग उपयोग ना करें और क्लोराइड को अलग उपयोग ना करें। अब दूसरी बात करें जो हमारा सोटे में फ्लोर होता है वो कहीं ना कहीं फंगी साइड और कीटनाशक के रूप में भी काम करता है। अगर उसकी प्रॉपर मात्रा दी जाए तो उसकी अधिक मात्रा हमारी जो फसल है उसके लिए नुकसानदायक रहेंगी। क्योंकि फसल के ऊपर छोड़ने में बहुत बुरा प्रभाव भी कभी कभी पढ़ जाता है। जब तक एन एस सी एल एक साथ रहता है, एक बॉन्ड में रहता है तब तक हमारे लिए अच्छा रहता है। लेकिन जब और सी एल दोनों अलग अलग हो जाता है यानी कि सोडियम में क्लोराइड जब पानी से क्रिया करके अलग हो जाती है, तो हमारी फसल के लिए कहीं ना कहीं। नुकसान देखने को मिलता है तो उसकी कम मात्रा में ही कीटनाशक के रूप में फंगी साइड के रूप में आप उपयोग करें। नहीं तो कहीं ना कहीं उसका नुकसान हमें अलग तरह से देखने को मिलेगा। जब अगर खेत में फसल नहीं है तब उसकी ज्यादा मात्रा डालकर आप खरपतवार के ऊपर इसको उपयोग कर सकते हैं। 

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