मटर की खेती में कितने पानी लगते हैं | matar kee khetee mein kitane paanee lagate hain

 मटर की खेती में कितने पानी लगते हैं

किसान भाइयों हमारे कई वैज्ञानिक लोग मटर की फसल में 25-30 दिन के होने पर वह फलियों में दाना पड़ने की अवस्था पर सिंचाई करने को रेकमेंड करते हैं। मगर हमारे वैज्ञानिक भाई ये नहीं बताते कि सिंचाई कैसी जमीन पर किस तरह से करनी चाहिए क्योंकि मटर की फसल में अगर हम गेहूं की सिंचाई की तरह क्यारियों में एक तरफ से पानी चला कर सिंचाई करते हैं तो ये बहुत ही हानिकारक होता है तथा फलियां बनने के वास्ता में अगर हम गेहूं की फसल की तरह सिंचाई करेंगे तो हमारी मटर की फसल पूरी की पूरी बर्बाद हो जाएगी।

मटर की खेती में कितने पानी लगते हैं


इसलिए इन बातों में ना आकर हमें कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना आवश्यक है। जैसे कि अगर हमने मटर की बुवाई आलू की बुवाई की तरह मेड़ों में की हो, तब हम सिंचाई आलू की फसल की तरह नालियों में हल्का पानी देकर कर सकते हैं और अगर हमने मटर की बुवाई गेहूं की बुवाई की तरह बड़ी क्यारियां बनाकर की हो तो गेहूं की फसल की तरह मटर की फसल में सिंचाई कभी भी ना करें। नई तो हमारी मटर की फसल को 90% तक का नुकसान हो सकता है। इसलिए किसान भाइयों हमारी सलाह ये है कि मटर की फसल में अगर सिचाई की आवश्यकता हो तो स्प्रिंक्लर इरिगेशन मतलब फवारा से ही हल्की सिचाई करनी चाहिए तथा स्प्रिंक्लर इरिगेशन से सिंचाई करते समय हमें यह भी ध्यान रखना होगा।


की फुवारा चलते चलते खेत में पानी नहीं खड़ा होना चाहिए, क्योंकि अगर मटर की फसल में जहाँ पर भी पानी खड़ा हो जाता है वहाँ फसल की अगर फलियां बनने की अवस्था हो या फलियों में दाना भरने की अवस्था हो तो मटर की फसल को पानी रुकने पर बहुत अधिक नुकसान होता है तथा कहीं कहीं तो मटर की फसल पूरी की पूरी पीली बढ़कर सूख जाती है। वो फलियों में दाना बनता ही नहीं है। इसलिए मटर की फसल पर सिंचाई करते समय हमें विशेष ध्यान देना ही होगा और किसान भाइयों फूल आने से पहले सिर्फ एक ही सिंचाई की आवश्यकता होती है, वो भी स्प्रिंक्लर इरिगेशन। मतलब फुवारे द्वारा। मगर ध्यान ये रखना होगा कि फुवारा चलते चलते खेत में पानी जमा नहीं होना चाहिए और पानी जमा होने से पहले फव्वारा बंद करके दूसरी जगह कर देना चाहिए।

मटर की खेती में कितने पानी लगते हैं


इसके अलावा किसान भाइयों अगर आपने प्रैक्टिकल करना हो तो थोड़ी सी जगह में कैर्री में एक तरफ से पानी भरकर चेक कर सकते हैं की मटर की फसल में पानी भरने से क्या होगा |

ये भी पढ़े:-सफेद मटर की वैरायटी


FAQ:-

1 एकड़ में कितना मटर बोया जाता है?

अगेती किस्मों के लिए 50 से 60 किलोग्राम प्रति एकड़

मटर में दूसरा पानी कब देना चाहिए?

फलियां बनने के समय

Post a Comment

और नया पुराने