गन्ने की प्रजाति 13235
आपके एरिया में अगर बारिश कम हुई है और ऐसी सिचुएशन में आप गन्ना बोना चाहते हैं तो ऑक्टोबर के महीने में बड़े आराम से आप बोल सकते हैं। तो आपके लिस्ट में सबसे ऊपर 13235 का नाम क्यों आ रहा है की भाई 13235 को हम ऑक्टोबर के महीने में क्यों बोयेंगे जीरो 200 अड़तीस के बाद 13235 गन्ने को क्यों ऑक्टोबर में वो देना चाहिए? कारण क्या है?
हमें ऑक्टोबर के महीने में 13235 को बो देना चाहिए। अगर आप देखेंगे तो इस गन्ने की बंधाई जो है, प्रॉपर हो चुकी है और इसका जो बैक्स है, ये ये ब्लैक और आपको व्हाइट से वैक्स दिखेंगे। इसके ऊपर दूसरा इसकी आंख जो है बहुत खतरनाक होती है। अगर आप ज्यादा लागत डालते है। तो इसकी आंख जो है जर्मिनेट हो जाएगी और जर्मिनेट होने से इसमें जो जमाव है वो कही ना कही प्रभावित हो जाता है। तो ऐसी कंडीशन में आपको लागत पानी जो है वो बहुत ही कम डालनी है। दूसरा इसमें सबसे बड़ा बेनिफिट इस पौधे में होता है की आपके जो पत्तियाँ है वो बिलकुल हरी भरी रहती है। ये बहुत बड़ा बेनिफिट है।
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इस गन्ने के लिए दूसरा इनकी पत्तियाँ चौड़ी होती। काफी और चौड़ी होने की वजह से अगर आप, तो हमारे पौधे को जो नुट्रिशन की जरूरत होती वातावरण के द्वारा वो ये पौधे की पत्तियाँ पूरा काम कर देती हैं और इसीलिए इसमें लागत जो हैं हमें कम डालनी होती हैं। ये भी ये भी एक बेनिफिट बहुत अच्छा हैं। 13235 का और तीसरी जो सबसे खास बात जो है वो ये है की इसमें गन्ने में आपको रोग जो है ना के बराबर देखने को मिलता है। रेड रोड रोग जो है ना के बराबर देखने को मिलता है। तीसरी जो बिमारी टॉप बोरर है वो भी बहुत कम। इस करने में देखने को मिलता है तो काफी अच्छा करना है। मेरे हिसाब क्यों हमें गन्ने को अक्टूबर के महीने में वो देना चाहिए?
भाइयों ये गन्ने की वो किस्म है जो आप अगेती में बोते है तो आपको इसमें पैदावार अच्छी देखने को मिलती है और कई किसानों का ये मत रहा है की अक्टूबर सितंबर ऑक्टोबर में जो गन्ना हमने 13235 का बोया था उसका रिसाल्ट अलग था, पैदावार अलग थी, ज्यादा थी और जो हमने मार्च यानी फागुन के महीने में जो हमने बुवाई करी थी। उसकी पैदावार हमें इतनी अच्छी देखने को नहीं मिली थी। दूसरा, हमारे जो कृषि वैज्ञानिक हैं वो भी यही सजेस्ट करते हैं कि आप सितंबर ऑक्टोबर में इस गन्ने को बोलिए तो आपको रिसाल्ट जो है पैदावार अच्छी देखने को मिलेंगे।
इस गन्ने में तो भाइयों यही मेरा कहने का मकसद था कि अगर आप इस गन्ने को बो रहे हैं तो ऐसी सिचुएशन में आपको ध्यान रखना है कि सितंबर या ऑक्टोबर में बहुत इजी है क्योंकि सितंबर का महीना भाइयों निकल चुका है। और अक्टूबर का महीना चल रहा है। सेकंड वीक लगने वाला है तो ऐसी कंडीशन में आपको गन्ने को बो देना चाहिए। अगर आप इसे लेट में भी बोते है तो भी इस गन्ने को बोया जा सकता है लेकिन यील्ड जो है कही ना कही आपको कम देखने को मिलेंगे। एकड़ पे कम से कम 70 से 80 क्विंटल तक कम देखने को मिल सकती है। भाइयों अब हम बात करते है इसमें पैदावार की। इसमें कितनी पैदावार रहने वाली है। यहाँ के जो किसान है 13235 को करते हैं तो उन्होंने काटने के बाद जो रिसाल्ट निकल के आया वो साढ़े 300 क्विंटल प्रति एकड़ के हिसाब से 400 क्विंटल प्रति एकड़ तक निकाल लिया है। किसानों ने लेकिन कुछ जगहों पे दो से 250 क्विंटल ही निकला है। कुछ जगह पे 300 क्विंटल निकला है। डिपेंड करता है कि हम खेती किस तरीके से करते हैं। किस तरीके से करते हैं? दूसरा बिजाई का समय जो है किस तरीके से सेलेक्ट करते हैं बिजाई जब हम यानी बुवाई गन्ने की कर रहे हैं तो उस समय हमें इस चीज़ों का ध्यान रखना है। बहुत सारे सवाल हैं तो अगर आप वहाँ पे चूक करते हैं तो आपकी पैदावार यकीनन कम रहेंगी। अगर आप सही क्रिया से सब काम करते हैं, सही समय से सब कुछ देते हैं। तो आपको परिवर्तन देखने को मिलेगा।
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