2034 सोयाबीन की जानकारी
किसान भाइयों जे एस बी 2034 सोयाबीन की एक पुरानी वैरायटीस है। बहुत से किसान भाई इस वैरायटीस के बारे में जानते हैं। जेएसबी 2034 सोयाबीन की वैरायटीस की पूरी जानकारी आपको मिलेंगे।
क्या 2023 में इस वैरायटीस को लगाना चाहिए? इस वेरायटी से कितना उत्पादन लिया जा सकता है? इस वेरायटी की क्या क्या खासियतें हैं? क्या क्या कमियां हैं, इस वैरायटीस की बुआई आप किस प्रकार से और किन किन क्षेत्रों में कर सकते हैं? जे एस बी 2034 सोयाबीन की सबसे पुरानी वेरायटी है जो मात्र दिन में पगकर तैयार हो जाती है। इस वैरायटीस को सफेद फूल वाली वेरायटी भी बोला जाता है। लगभग सभी क्षेत्रों में पिछले कई सालों से किसान भाई इस वेरायटी को लगाते आ रहे हैं। ये वैरायटीस समय के साथ साथ उत्पादन में भी गिरावट देखने को मिल रहा है। यानी कि पहले जब इस वजह को लॉन्च किया गया था, यह काफी अच्छी वैराइटी थी। हर साल किसान भाई इस वेरायटी को लगाते हैं। 2023 में भी किसान भाई जे एस बी ज्योति सोयाबीन को लगाएंगे। लेकिन कई बार होता है कि बरसात ज्यादा होती है या बरसात कम होती है या कुछ अन्य बीमारियों के कारण इस वैरायटीस का उत्पादन लगातार पिछले दो सालों से घटता जा रहा है।
ये भी पढ़े:-लौकी के फल का सड़ना
इस वैरायटीस की कुछ विशेषताएं के बारे में बात करें तो लगभग सभी क्षेत्रों की जलवायु में इस वेरायटी को लगाया जा सकता है। यह एक पुरानी वैरायटीस है जो 90 दिन में पक कर तैयार हो जाती है। पौधे की हाइट भी मध्यम होती है। पौधे में सफेद रंग के फूल नजर आते हैं। हाइट मध्यम होने के कारण पौधे में फुटाव है, वो उतना ज्यादा नहीं निकलता है। इस वैरायटीस की बुवाई हल्की जमीन या भारी जमीन में की जा सकती है। किसान भाई इसकी बुआई अगेती भी कर सकते हैं और पचेती भी कर सकते हैं, क्योंकि यह मध्यम अवधि में तैयार हो जाती है। इस वैरायटीस से प्रतिबिगा तीन से चार क्विंटल और एक एकड़ में आठ से 10 क्विंटल तक उत्पादन लिया जा सकता है। हालाँकि पिछले दो सालों से इस वैरायटीस का उत्पादन नाममात्र का निकल रहा है क्योंकि इस वैसी में किट एवं रोगों के अलावा पीला मौजक वायरस का अटैक सबसे ज्यादा देखने को मिल रहा है। पुराने वेरायटी जरूर है लेकिन इसकी जो रोग प्रतिरोधक क्षमता है वो काफी कम देखने को मिल रही है। जीस कारण किसान भाई इस वैरायटीस को में कम से कम स्थान पर लगाए। अगर आपके क्षेत्र में अच्छी हाइब्रिड सोयाबीन की किस्में उपलब्ध हो जाती है तो उन वैरायटीस का आप चयन कर सकते हैं। हालांकि जे एस बी सोयाबीन की अच्छी वैरायटीस है, लेकिन समय के साथ साथ बदलाव जरूरी है। इस वैरायटीस में बीमारियां ज्यादा लगती है। जीस कारण इसका जो उत्पादन है वो औसत देखने को मिलता है। इसके स्थान पर आप अच्छी नई नई किस्मों को लगा सकते हैं, जो उप प्रतिरोधक क्षमता भी रखती है और बारिश में भी अधिक उत्पादन देने की क्षमता रखती है
एक टिप्पणी भेजें