गन्ने में फंगस रोग
गन्ने में जो भी फंगस आते हैं जैसे लाल सरन रोग या लाल पत्ती का होना या पोखा बोइंग का होना। ये कितने प्रकार के फंगस आते हैं मैं तो देखता हूँ ऊपर से पत्ती का सूखना या साइड से पत्ती का सूखना या किसी प्रकार की भी कोई भी फंगस अटैक है। कोई भी बिमारी है गन्ने में तो उसकी मात्र एक दवा बताऊँगा गन्ना स्टेम हमारा बड़ा हो चुका है। मिस स्प्रे नहीं कर सकते तो आप उसे यूरिया में मिलाकर डाल सकते हो। आपको एकदम बेहतर और एकदम बढ़िया रिसाल्ट मिलेगा। 6-7 दिन के अंदर अंदर आपका फंगस जड़ से समाप्त हो जाएगा और आगे आने की चिंता भी नहीं होगी।
किसान भाइयों अगर हमारे गन्ने में किसी प्रकार का भी तो आप घबराइए मत आपको एक ऐसी दवा आज बता दे रहा हूँ कि उसे डालने के बाद आपके सारे के सारे फंगस हमेशा के लिए छुट्टी हो जाएगी। तो किसान भाइयों आपको करना क्या है कि लगभग 40 से 45 किलोग्राम पर एकड़ के हिसाब से यूरिया लेना है, कितनी किसान भाइयों? 40 से 45 किलोग्राम पर एकड़ के हिसाब से यूरिया लेना है। दूसरी किसान भाइयों आप बहुत अच्छे से जानते होंगे। कॉपर ऑक्सीक्लोराइड कॉपर ऑक्सीक्लोराइड आपको?
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एक क्लोज़ पर एकड़ के हिसाब से लेना है। तीसरा किसान भाइयों मार्केट में हारू नाव की एक दवा आती है। टेक्निकल में आपको बता देता हूँ उसके अंदर उसके अंदर टेक्निकल टैबू कोना झोल रहा है 10% और।
सल्फर है। 65% कॉन्टैक्ट और सिस्टेमिक दोनों तरीके से ये फंगस पर काम करता है। अगर दिखेगा तो अंदर से फंगस होगा, पेड़ के अंदर उसे भी कवर करेगा। ऊपर दिखता होगा, उसे भी तुरंत कवर करेगा। तो इन तीनों चीजों को आपको बढ़िया करके यूरिया में मिक्स कर लेना है और मिक्स करने के बाद किसान भाइयों आपको ये जड़ों पर बिखराव कर देना अच्छे से खेत के अंदर बिखराव कर देना है और अगर खेत में पानी ना बरसाओ तो आप से अड़तालीस घंटे बाद खेत में सिंचाई कर दीजिए।
आपको एकदम बेहतर रिसाल्ट मिलेगा और ये सारे के सारे फंगस से आपकी हमेशा के लिए छुट्टी हो जाएगी।
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