टमाटर का फल बढ़ाने की दवा
दोस्तों टमाटर के खेती में क्या आप लोगों का फल, फूल का समस्या देखने को मिलता हैं? जैसे की अगर फल फूल आता हैं तो वो कम आता हैं और अगर फल फूल आता हैं फिर भी वो झड़ जाता हैं या फिर गिर जाता हैं जो भी बोलते हैं तो ऐसे समस्या का सम्मुखिन होते हैं की टमाटर का फूल कैसे आप लोग ज्यादा ले आएँगे और अगर फल फूल आता हैं गिर जाता हैं तो उसको कैसे कंट्रोल करेंगे?
तो इसके बारे में आज डीटेल्स में बात करने जा रहे हैं। तो दोस्तों टमाटर का पौधा में फुल कम माना या फिर गिर जाने का बहुत सारे कारण होता हैं, लेकिन सबसे जो चार महत्वपूर्ण कारण हैं, उस चार कारण के बारे में आपके साथ हम एक्सप्लेन करने जा रहे हैं और पूरी डीटेल्स में एक्सप्लेन करने जा रहे हैं तो सबसे पहला जो कारण होता हैं मौसम के कारण। देखिए टमाटर कम खेती में तापमान भी बहुत रहता है, क्योंकि टमाटर का बीज अंकुरित होने के लिए 20 से 25 डिग्री का तापमान बहुत ही जरूरत माना जाता है और जब टमाटर का पौधा इस तापमान में ग्रो करता है तो उसके पौधे में फूल खिलने लगता है और इन फूल का परामीनन यानी जो पोलीनेशन होता है उसके लिए लगभग ज्यादा से ज्यादा 30 डिग्री तथा कम से कम 18 डिग्री के तापमान के अंदर अगर होता है तो काफी अच्छा माना जाता है। और अगर से डिग्री के ऊपर अगर तापमान हो जाता है तो फिर फूल गिरने का संभव देखने को मिलता है। ये तो हो गया पहला कारण मौसम अब दूसरा कारण जो होता है वो होता है पानी। अब देखिए अगर गर्मी के टाइम अगर अब टमाटर का खेती कर रहे हैं तो 3-4 दिन के अंतराल आपको सिंचाई करना जरूरी है। या फिर अगर सर्दी के टाइम अगर टमाटर का खेती कर रहे हैं तो लगभग एक हफ्ते के अंदर एक ही बार से तय करना चाहिए। इसके अलावा जब पौधे में फूल आता है तब पानी को सामान्य रूप से रोक देना चाहिए ताकि फूल खराब ना हो जाए और जब पौधे में फूल से फल बनता है तब पानी का मात्रा आप लोगों को बढ़ा देना चाहिए ताकि फसल अच्छा वृद्धि कर पायेगा।
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तो ये तो हो गया दूसरा कारण पानी अब तीसरा कारण जो होता है वो होता है खाद यानी अगर फर्टिलाइज़र ठीक ठाक सही किस मात्रा से नहीं डालते हैं तो फिर फुल कम आता है या फिर फुल गिरने का समस्या देखने को मिलता है। जैसे कि अगर आप लोग मान लेते हैं कि डी ए पी या फिर नाइट्रोजन या फिर पोटाश जो भी डालते हैं तो उसको अगर ठीक ठाक मात्रा से नहीं डालते हैं तो फिर फूल गिरने का समस्या देखने को मिलता है या फिर फल मतलब फुल कम आता है तो इसके लिए क्या किया जाएगा? जहाँ पे टमाटर का खेती करना चाह रहे तो उस जगह का मिट्टी को सबसे पहले जांच लेना चाहिए। यानी जीसको सॉइल टेस्ट बोलते हैं, वो कर लेना चाहिए। उसके बाद ही आप लोगों को खाद की मात्रा सटीक मात्रा से डालना चाहिए। तभी आप लोगों का पौधा ठीक ठाक से ग्रो करेगा और फल फूल ठीक ठाक आएगा और फूल गिरने का समस्या भी देखने को नहीं मिलेंगे।
तो ये तो हो गया तीसरा कारण खा देने फर्टिलाइज़र अब चौथा कारण जो होता है जो सबसे मुख्य कारण होता है, रोग और कीट के कारण भी होता है। जैसे की टमाटर का पौधा में सबसे जो इम्पोर्टेन्ट किट होता है व्हाइट फ्लाइ एपिड जेसिड यानी जो जीतने प्रकार की सकिंग पेस्ट है तो उसके कारण फूल गिरने का समस्या देखने को मिलता है या फिर फल फूल कम आता है और कभी कभी जैसे की ऐसा रोग आता है। अर्ली ब्लाइट लेट ब्लाइट जैसे की टमाटर में सबसे ज्यादा अटक होता है और इसके कारण भी फूल गिरने का समस्या देखने को मिलता है। तो इसके लिए आप लोगों को फंगिसाइड के रूप में जैसे कि कॉपर ऑक्सीक्लोराइड को प्रिवेंटिव स्प्रे करना है। यानी कि आप लोगों को बिमारी आने से पहले इसपे करना है और उसके साथ साथ इंसेक्टिसाइड के रूप में जैसे कि 70% डब्ल्यू जी को स्प्रे करते हैं तो सकिंग ट्विस्ट के लिए बढ़िया रिज़ल्ट देखने को मिल जाता है और उसके अलावा ये चार कारण के बावजूद भी अगर फूल गिरने का या फिर फूल कम आने का समस्या देखने को मिलता है तो आप लोगों को एक स्प्रे लेना है जो की नेपथोलिन एसिडिक असिड हैं
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