हाइब्रिड टमाटर की खेती
स्वागत है आपका आज हम एक ऐसी फसल के बारे में बात करेंगे जिसका अगर मंडी भाव अच्छा मिल जाए तो किसान की
परिस्थिति बदलने में देर नहीं लगती फसल का नाम है टमाटर आज हम इस वीडियो में एक एकड़ टमाटर की खेती का संपूर्ण विश्लेषण इन पांच पॉइंट्स के आधार पर करेंगे नंबर
वन टमाटर की खेती के लिए उपयुक्त मिट्टी व बुवाई का सही समय, नंबर टू लागत, नंबर थ्री उत्पादन, नंबर फोर आमदनी, नंबर फाइव प्रॉफिट कितना हुआ और प्रॉफिट परसेंटेजक्या रहा?
इसके साथ ही वीडियो के अंत में जानेंगे कि किस तरीके से हम टमाटर का मंडी भाव अच्छा ले सकते हैं, यह जानने के लिए वीडियो को अंत तक जरूर देखें
तो बिना अधिक समय नष्ट किए आते हैं हमारे पहले पॉइंट टमाटर की खेती के लिए कौन सी मिट्टी सर्वोत्तम है और टमाटर की बुवाई का सही समय क्या है?
टमाटर की खेती हम हर तरह की मिट्टी में कर सकते हैं यानी कि आप बलुई, बलुई दोमट, दोमट मिट्टी, इसके अलावा लाल और काली चिखनी मिट्टी में भी टमाटर
की खेती होती है, टमाटर की नर्सरी तैयार करने का सही समय 15 जुलाई से अगस्त, इसके अलावा आप 15 दिसंबर से जनवरी और मार्च और अप्रैल में भी टमाटर
की नर्सरी तैयार कर सकते हैं, टमाटर की नर्सरी एक महीने में तैयार हो जाती है, आप कोकोपीट में प्रो ट्रे के माध्यम से ही टमाटर की नर्सरी तैयार
करे.
जब पौधों की लंबाई 10 से 15 सेंमी हो जाए तब आप इनका ट्रांसप्लांट खेत में कर दें आप रो से रो की दूरी 90 सेंमी और पौधे से पौधे की दूरी 40 से 60 सेंमी रख सकते हैं
अब आते हैं हमारे दूसरे पॉइंट लागत पर एकड़ टमाटर की खेती में कितनी लागत आती है टमाटर के पौधे की बुआई हम दो तरह से कर सकते हैं पहला प्रोट्रे में कोकोपीट के
माध्यम से पौधे तैयार करके दूसरा हम सीधे ही नर्सरी से पौधे खरीदकर उनका ट्रांसप्लांट खेत में कर सकते हैं, अगर हम प्रो ट्रे में कोकोपीट के माध्यम से पौधे तैयार
करते हैं तो एक एकड़ के लिए बीज की मात्रा लगेगी 60 ग्राम सेमिनस अभिलाश के 10 ग्राम के बीच के पैकेट की कीमत ₹480 इस तरह हमारा एक एकड़ टमाटर की नर्सरी में बीज
का खर्च आएगा ₹2880 नर्सरी तैयार करने के लिए कोकोपीट केक का खर्च आएगा ₹500 और प्रो ट्रे का खर्च आएगा ₹100 और नर्सरी तैयार करने के लिए हमें पैरालाइट की भी
जरूरत पड़ी.
जिसका खर्च आएगा ₹700 वहीं अगर आप नर्सरी से पौधे खरीद कर लाते हैं तो एक एकड़ के लिए 8000 पौधे लगेंगे व एक पौधा हमें एक से ₹5 के आसपास पड़ेगा इस तरह हमारा नर्सरी से पौधे
खरीदने का खर्च आएगा ₹1200 इसलिए आप नर्सरी से पौधे खरीदने के बजाय खुद ही प्रो ट्रे में कोकोपीट के माध्यम से नर्सरी तैयार करें इसमें आपका काफी ज्यादा फायदा है खेत की तैयारी
का खर्च आएगा ₹2500 इसमें दो बार गहरी जूताई और एक बार रोटावेटर का खर्च इंक्लूड है देश गोबर की खाद का खर्च आएगा ₹400, रासायनिक खाद, उर्वरक व माइक्रो न्यूटर्स का खर्च आएगा
₹800, इसके अलावा टमाटर की फसल में काफी ज्यादा रोक व कीट लगते हैं, जैसे कि लीफ कर, सफेद धब्बे लगना और हमारे फलों में सरण, इस तरह के कई सारे रोग टमाटर की फसल में लगते हैं,
इनसे निपटने के लिए हमें टमाटर की फसल पर स्प्रे करना पड़ता है, हमारे पूरे स्प्रे शेड्यूल का खर्च आएगा ₹800, अब टमाटर की फसल में कौन-कौन से रोग लगते हैं तो और इनके रोगधाम के
लिए हम क्या उपाय करें इस पर डिटेल में चैनल पर जल्द ही वीडियो आएगा अगर आप मल्चिंग पेपर का उपयोग करते तो एक एकड़ के लिए मल्चिंग पेपर की लागत आएगी ₹800 आप टमाटर की फसल के लिए
25 माइक्रोन के मल्चिंग पेपर का उपयोग करें हार्वेस्टिंग व पोधों की ट्रांसप्लांटिंग के लिए हमें लेबर की जरूरत पड़ती है जिसका कुल खर्च आएगा ₹7500 अब बेल वाले टमाटर की बंधाई
के लिए हमें बांस का पूरा इस तरह का कुछ सेटअप तैयार करना पड़ता है जिसका कुल खर्च आएगा ₹25 में बांस, तार, धागा और लेबर का खर्च इंक्लूड है, खेत से मंडी तक का ट्रांसपोर्ट
चार्ज आएगा ₹1000.
इन सब खर्च को जोड़कर एक एकड़ टमाटर की खेती की कुल लागत आएगी ₹78000.
लागत के बाद आते हैं हमारे तीसरे पॉइंट उत्पादन पर.
एक एकड़ टमाटर की खेती से कितना उत्पादन होता है?
अगर आप टमाटर की फसल की बुआई सही समय पर करते हैं और आपके पौधे रोग व कीट मुक्त है तो एक पौधे से हमें मिनिमम 5 किलो तक उत्पादन मिलता है, एक एकड़ में हमने
8000 पौधे लगाए थे, 30% के हिसाब से भी अगर हमारे पौधे खराब होते हैं तो हमारे स्वस्थ पौधों की संख्या हुई 5600, इस तरह हमारा एक एकड़ से उत्पादन हुआ 280
क्विंटल यानी कि एकड़ टमाटर की खेती से हमारा उत्पादन हुआ 280 क्विंटल, हो सकता है आपका उत्पादन एक एकड़ से 280 क्विंटल से ज्यादा हो या फिर आपका उत्पादन कम
भी हो सकता है, हमारा उत्पादन तीन चीजों पर निर्भर करता है, हमारे खेत की मिट्टी में कितने पोषक तत्व मौजूद है, हमारा बुवाई का सही समय और हमने कौन सी किस्म
का चुनाव किया है, आप अपने एरिया के हिसाब से अनुकूल किस्म का ही चुनाव करें, अब आते हैं हमारे चौथे पॉइंट आमदनी पर एक एक एकड़ टमाटर की खेती से कितनी आमदनी
होती है?
टमाटर का मंडी भाव काफी ज्यादा बदलता रहता है, जैसे इस साल टमाटर का मंडी भाव अभी के समय में 50 से ₹60 किलो है तो वहीं पिछले साल इस समय पर ₹8 था,
यानी कि टमाटर के मंडी भाव को समझना मुश्किल है, लेकिन हम फिर भी टमाटर का मंडी भाव मिनिमम ₹75 लेते हैं,
क्योंकि टमाटर एक लंबी अवधि की फसल है, इसलिए कभी हमें मंडी में ₹5 तो कभी 10 और हमारी बहुत अच्छी किस्मत रही.
तो हमें ₹20 भी मंडी थोक भाव मिल सकता है, इसलिए हमने पूरे सीजन का एवरेज ₹75 किलो टमाटर का मंडी थोक भाव लिया है, हमारा उत्पादन हुआ था 280 क्विंटल और 1 क्विंटल में 100 किलो होता
है और हमने एक किलो का मंडी थोक भाव लिया है ₹75 इस तरह हमारा एक एकड़ टमाटर की खेती से आमदनी हुई ₹21000 यानी कि एक एकड़ टमाटर की खेती से हमारी आमदनी हुई ₹21000 अब हम टमाटर की
फसल में एक्स्ट्रा इनकम लेने के लिए इंटरक्रोप का उपयोग कर सकते हैं, आप टमाटर की फसल के साथ में मेथी, पालक, धनिया और चोलाई की इंटरक्रोपिंग कर सकते हैं, जब हम टमाटर के पौधे
नर्सरी में तैयार करते हैं, तब हम उस समय पर हमारे खेत की तैयारी कर ले, जैसे कि बेड प्रिपरेशन और उस पर मल्चिंग लगाना, फिर जो ये खाली पड़ी जगह आप देख रहे हैं, इस पर आप मेथी,
पालक, धनिया, चोलाई में से किसी भी एक फसल की बुआई कर दें, जब तक हमारी नर्सरी तैयार होगी, तब तक इन फसल की हार्वेस्टिंग हो जाएगी और हमें ना सिर्फ इन फसल से उत्पादन मिलेगा, बल्कि
हमें एक एक्स्ट्रा इनकम भी मिलेगी, इसके साथ ही आप इन फसलों की बुआई टमाटर की फसल के साथ में भी कर सकते हैं, इसके अलावा आप टमाटर की फसल के साथ में रूट वेजिटेबल्स जैसे गाजर,
सलजम, चुकुंदर, मूली की इंटर क्रोपिंग भी कर सकते हैं, आप रूट वेजिटेबल्स की इंटरक्रोपिंग टमाटर के दो पौधों के बीच में खाली पड़ी जगह पर कर सकते हैं, लेकिन आपको इन दोनों की बुआई
एक साथ में करना पड़ेगी, यानी कि जब आप टमाटर की बुआई करें तो उसके साथ ही रूट वेजिटेबल्स के सी भी लगा सकते हैं, अब आते हैं हमारे लास्ट पॉइंट पर प्रॉफिट कितना हुआ और प्रॉफिट