सोयाबीन की खेती राजस्थान में
पहली बारिश के साथ, ज्यादातर किसान भाई अपने खेतों में सोयाबीन के बीजों की बुवाई करते हैं, खरीफ के सीजन में सबसे अधिक लगाई जाने वाली फसल है सोयाबीन, सोयाबीन की खेती पूरे भारतवर्ष में ही ज्यादातर किसान बड़े पैमाने पर करते हैं, इसलिए आज हम इस में एक एकड़ अब इनकी खेती का संपूर्ण विश्लेषण इन पांच पॉइंट्स के आधार पर करेंगे
- लागत
- उत्पादन
- समय
- आमदनी
- प्रॉफिट कितना हुआ?
लागत
हमारे पहले पॉइंट लागत पर एकड़ सोयाबीन की फसल में कितनी लागत आती है एक एकड़ सोयाबीन की खेती में हमारी बीज की मात्रा लगती है 35 से 40 किलो वह जब हम सोयाबीन का ज्वारा खरीदने के लिए मंडी में जाते हैं तब यह हमें 8000 से 8500 पर क्विंटल के हिसाब से मिलता है इस तरह हमारा एक एकड़ सोयाबीन की फसल में बीज का खर्च आएगा ₹400 यह खर्च हम पूरी तरह से बचा सकते हैं घर पर ही सोयाबीन का बिजवारा तैयार करें वह बिजवारा तैयार करने के बाद आप सोयाबीन के बीजों को अच्छी तरह से उपचारित कर ले और उसके बाद में सोयाबीन के बीजों की बुवाई बीज बुवाई के लिए पेट्रिल की आवश्यकता लगती है जिसका हमारा खर्च आएगा ₹500 व बीज बुवाई के 24 घंटे के अंदर हमें खरपतवार नाशक दवाई डालना पड़ता है जिसका हमारा खर्च आएगा ₹221 रासायनिक खाद व उर्वरक का हमारा खर्च आएगा ₹736 व पेस्टीसाइड और इंसेक्टीसाइड्स का हमारा खर्च आएगा 1200 हार्वेस्टिंग और थ्रेशिंग का हमारा खर्च आएगा ₹300 खेत की तैयारी का हमारा खर्च आएगा ₹400 व खेत से मंडी तक का ट्रांसपोर्ट चार्ज आएगा 500 खेत से मंडी का जो हमारा ट्रांसपोर्ट का खर्च है यह निर्भर करता है कि आपके खेत से मंडी की दूरी कितनी है और आपके पास कौन सा वाहन तो यह खर्च हर किसान भाई का अलग-अलग ही आएगा इन सब खर्च को जोड़कर एक एकड़ सोयाबीन की फसल में हमारी लागत आएगी 16357 सोयाबीन की फसल में आपकी यह लागत और भी कम आ सकती है जब आप घर पर ही बिजवारा तैयार करेंगे तब आपकी यह लागत ₹12000 के आसपास आएगी लागत के बाद में आते हैं
उत्पादन
हमारे दूसरे पॉइंट उत्पादन, एक एकड़ सोयाबीन की खेती में हमारा कितना उत्पादन होता है, जिन पांच देशों में सोयाबीन का सबसे ज्यादा उत्पादन होता है, वे इस प्रकार है, नंबर वन पर अमेरिका, दूसरे नंबर पर ब्राजील, तीसरे नंबर पर अर्जेंटीना, चौथे नंबर पर चाइना, उत्पादन की दृष्टि से भारत का स्थान पांचवें नंबर पर आता है और भारत के जिन पांच से छह राज्यों में सोयाबीन का सबसे ज्यादा उत्पादन होता है, वे इस प्रकार है, पहले नंबर पर मध्य प्रदेश, दूसरे पर महाराष्ट्र, तीसरे पर राजस्थान, चौथे पर आंध्र प्रदेश, पांचवें पर कर्नाटक, सोयाबीन की फसल में हमारा उत्पादन इन चार पॉइंट्स के ऊपर निर्भर करता है, पहला सही समय पर बीजों की बुवाई, दूसरा उन्नत किस्म के बीजों का चयन, तीसरा आपके एरिया में बारिश कितनी होती है, क्योंकि ज्यादा या कम बाज से सीधा असर हमारे उत्पादन पर पड़ता है, चौथा संतुलित मात्रा में खाद्य अगर आप इन चार पॉइंट्स का ध्यान रखते हैं तो एक एकड़ सोयाबीन की फसल से आप 6 क्विंटल से लेकर 10 क्विंटल तक उत्पादन ले सकते हैं महाराष्ट्र के किसान भाइयों का एक एकड़ सोयाबीन की फसल से औसत उत्पादन लगभग 10 क्विंटल तक देखने को मिलता है वह वही मध्य प्रदेश के किसान भाई एक एकड़ से छह से आठ क्विंटल तक उत्पादन लेते हैं इसी तरह से बाकी राज्यों में भी सोयाबीन का उत्पादन कहीं छह क्विंटल मिलता है कहीं आठ क्विंटल मिलता है तो कहीं 10 क्विंटल तक भी जाता है, इसलिए हम पूरे भारत का एजन 8 क्विंटल लेते हैं यानी कि एक एक सोयाबीन की फसल से हमारा उत्पादन हुआ आठ लागत उत्पादन के बाद में आते है।
समय
हमारे तीसरे पॉइंट समय पर सोयाबीन की खेती का सही समय क्या है व सोयाबीन की फसल की समय साइकल कितनी है भारत के अधिकतर राज्यों में सोयाबीन के बीजों की बुवाई खरीफ के सीजन में होती है जैसे जैसे मानसून राज्यों के वाइस बढ़ता जाता है, वैसे-वैसे किसान भाई सोयाबीन के बीजों की बुआई करते हैं, इस तरह से सोयाबीन के बीजों की बुवाई 1 जून से लेकर 30 जुलाई के बीच में ज्यादातर एरिया के किसान भाई करते हैं, जैसे महाराष्ट्र में कई इलाकों में सोयाबीन के बीजों की बुआई जून के महीने में हो जाती है व मध्य प्रदेश के कई इलाकों में सोयाबीन के बीजों की भुआई जुलाई के पहले सप्ताह से लेकर जुलाई के अंतिम सप्ताह तक चलती है इस तरह से सोयाबीन के बीजों की बुवाई पूरी तरह से निर्भर करती है कि आपके एरिया में मानसून किस समय दस्तक देता है इसके साथ ही सोयाबीन की फसल की समय साइकल निर्भर करती है कि हमने कौन सी वैरायटी का चुनाव किया है, क्योंकि सोयाबीन की कई वैरायटी 130 से 140 दिन में तैयार होती है तो कुछ वैरायटी 100 से 110 दिन में तो कुछ वैरायटी 90 दिनों में भी तैयार हो जाती है, इसलिए सोयाबीन की खेती की समय साइकल निर्भर करती है कि आपने कौन सी किस्म का चुनाव किया है? लागत उत्पादन समय के बाद आते हैं
आमदनी
हमारे चौथे पॉइंट आमदनी. एक एकड़ सोयाबीन की फसल से कितनी आमदनी होती है? सोयाबीन की एमएसपी 2022 भारत सरकार द्वारा तय की गई थी 2950 पर कुंट हम 2022 में जो एमएसपी का भाव था वही लेंगे हमारा एक एकड़ सोयाबीन की फसल से उत्पादन हुआ था 8 क्विंटल व एक क्विंटल का भाव हमने 2950 लिया है इस तरह हमारी आमदनी हुई 31600 यानी कि एक एक सोयाबीन की खेती से हमारी आमदनी हुई 31600 सोयाबीन की फसल से अच्छी आमदनी लेने के लिए आप सोयाबीन की फसल को स्टोरेज करके रख सकते हैं और जब मंडी में आपको इसका अच्छा भाव देखने को मिले उस समय पर आप सोयाबीन की फसल को बेच सकते हैं इस तरह से आप सोयाबीन की फसल से अच्छी आमदनी ले पाएंगे लागत उत्पादन समय आमदनी के बाद में आते हैं
प्रॉफिट कितना हुआ?
हमारे पांचवे पॉइंट प्रॉफिट कितना हुआ और प्रॉफिट परसेंटेज क्या रहा प्रॉफिट निकालने के लिए हम सिंपल कुल आमदनी में से लागत को घटाते हैं तो जो आंकड़ा हमें मिलेगा यह हमारा प्रॉफिट रहेगा हमारी आमदनी हुई ₹31600 व लागत आई 16357 इस तरह हमारा प्रॉफिट हुआ 15245 और प्रॉफिट परसेंटेज रहा 105% सोयाबीन की फसल अच्छा उत्पादन लेने के लिए कौन सी वैरायटी का चुनाव इस पर हमने डिटेल में एक वीडियो बनाए जिसे आप ऊपर